दिल्ली में बहुमत से आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार बनने का अनुमान है
Delhi Election Results 2020: दिल्ली व देश की नजर मंगलवार को होने वाली मतों की गिनती पर टिकी हुई है। एक्जिट पोल ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मंगल का अनुमान लगाया है, लेकिन भाजपा नेता इसे खारिज करते हुए 22 वर्षों का वनवास खत्म होने का दावा कर रहे हैं। वहीं, राजधानी में अपनी खोई हुई जमीन तलाश रही कांग्रेस के नेता त्रिशंकु विधानसभा होने की आस लगा रहे हैं, जिससे कि सत्ता की चाबी उनके हाथ में आ सके।
मतदान के बाद आए सभी एक्जिट पोल में बहुमत से आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार बनने का अनुमान है। आप को 48 से 68 तक सीटें मिलने की संभावना जताई गई है। जबकि, भाजपा को 2 से 23 और कांग्रेस को एक सीट मिलने का अनुमान है।
इस तरह के अनुमानों से आप में खुशी की लहर है। राज्यसभा सदस्य संजय सिंह का कहना है कि उनकी पार्टी को एक्जिट पोल से भी ज्यादा सीटें मिलेंगी। उनका कहना है कि केजरीवाल सरकार के काम पर लोगों ने वोट दिया है और एक बार फिर से उनकी सरकार बनेगी।
भाजपा का बनाएंगे सरकार
दूसरी ओर एक्जिट पोल के आकलन से भाजपा नेताओं की धड़कनें बढ़ गई हैं। बावजूद इसके वह सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं। उनका कहना है कि विभिन्न टीवी चैनलों पर अपराह्न तीन बजे तक के मतदान के आधार पर भविष्यवाणी की जा रही है, जबकि उसके बाद मतदान में तेजी आई है और उसका लाभ भाजपा को मिलेगा। दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी भले ही 48 सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं, लेकिन हकीकत यह है कि भाजपा नेताओं की बेचैनी बढ़ चुकी है।
यही कारण है कि मतदान के बाद देर रात तक शीर्ष नेतृत्व दिल्ली के नेताओं के साथ बैठकर एक-एक सीट की समीक्षा करने में व्यस्त रहा। इसके साथ ही प्रत्याशी भी बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ मतदान की समीक्षा करने में व्यस्त हैं। कई भाजपा नेताओं का तो यह भी कहना है कि कांग्रेस के खराब प्रदर्शन से उन्हें नुकसान होगा।
कांग्रेस ने एक्जिट पोल के अनुमानों को किया खारिज
वहीं, कांग्रेस नेता भी एक्जिट पोल के अनुमानों को खारिज करते हुए पिछले चुनाव से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा का कहना है कि आप की सरकार नहीं बनेगी और भाजपा 20 से ज्यादा सीटें नहीं जीतेगी। परिणाम आने के बाद कांग्रेस अगला कदम उठाएगी। पार्टी के प्रदेश प्रभारी पीसी चाको भी दावा कर रहे हैं इस बार दिल्ली में किसी भी दल को स्पष्ट जनादेश नहीं मिल रहा है। इस तरह से तीनों ही पार्टियों के अपने-अपने दावे हैं, लेकिन हकीकत मंगलवार को ईवीएम खुलने के बाद ही पता चलेगी।