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देखिए केजरीवाल के शपथ ग्रहण में पीएम मोदी के शामिल होने की उम्मीद नहीं

नई दिल्ली : रविवार को होने वाले केजरीवाल के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की उम्मीद बहुत कम है। समाचार एजेंसी आइएएनएस के मुताबिक जिस दिन केजरीवाल का शपथ ग्रहण होगा उस दिन पीएम मोदी दिल्ली में मौजूद नहीं रहेंगे। एजेंसी ने बताया कि रविवार को पीएम मोदी का कार्यक्रम पहले से ही तय है। इसलिए  केजरीवाल के शपथ ग्रहण में शामिल होने की उम्मीद बहुत कम है।

आइएएनएस के अनुसार, पीएम मोदी रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रहेंगे। इस दिन यहां पर वे कई विकास कार्यों का उद्घाटन करेंगे।

बता दें कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल 16 फरवरी को रामलीला मैदान में तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इसमें दूसरे राज्यों के किसी भी बड़े नेता को नहीं बुलाया गया है, लेकिन अरविंद केजरीवाल ने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पीएम मोदी को न्योता भेजा है।

इससे पहले बुधवार को विधायकों की हुई बैठक में उन्हेंसर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुन लिया गया। रामलीला मैदान में सुबह 10 बजे से शपथ ग्रहण समारोह होगा। यह तीसरा मौका होगा, जब रामलीला मैदान में दिल्ली सरकार की कैबिनेट शपथ लेगी। पहली बार 28 दिसंबर, 2013, दूसरी बार 14 फरवरी, 2015 को केजरीवाल सरकार ने शपथ ली थी।

अरविंद केजरीवाल ने नई सरकार की गठन के लिए बुधवार शाम उपराज्यपाल के पास दावा पेश किया। इससे पूर्व सुबह के समय भी केजरीवाल उपराज्यपाल अनिल बैजल से मिले थे। केजरीवाल के साथ सभी पुराने मंत्री शपथ लेंगे। पिछली सरकार में मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और राजेंद्र पाल गौतम मंत्री थे। मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा शपथ ग्रहण समारोह के बाद किया जाएगा।

दो करोड़ लोगों को न्योता

 

रामलीला मैदान में 16 फरवरी को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह के लिए आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के दो करोड़ लोगों को निमंत्रित किया है। आप के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर विधायक दल की बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी दी थी।

बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के तहत राज्य की सभी 70 सीटों पर 8 फरवरी को मतदान हुआ था। इसके बाद 11 फरवरी को हुई मतगणना में एक बार फिर इतिहास रचते हुए आम आदमी पार्टी ने 62 तो भारतीय जनता पार्टी ने 8 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं, कांग्रेस फिर शन्यू पर रही। इससे पहले दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 में AAP ने केजरीवाल की लहर में 70 में से 67 सीटें हासिल की थीं।

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