2020 में सस्पेंस, थ्रिलर से लेकर बायोपिक फ़िल्में होंगी पर्दे पर
यूँ तो अमिताभ बच्चन सुर्खियों में रहते ही हैं लेकिन साल 2019 के आख़िर में निर्देशक अनुराग कश्यप के इस ट्वीट से बिग बी कुछ ज़्यादा ही चर्चा में आ गए जहाँ अनुराग ने लिखा था, इस बार फ़र्क़ उन्नीस बीस का नहीं है सर, इस बार फ़र्क़ बहुत बड़ा है, फ़िलहाल आप कृपया अपनी सेहत का ख़याल रखें.अपने हिस्से का आपने 70 के दशक में ही कर दिया था, तबसे अपने अंदर का बच्चन हम अपने अंदर लेकर घूम रहें हैं. इस बार सामने गब्बर हो या LION या फिर शाकाल…. हम भी देखेंगे.
ये उस ट्वीट के जवाब में था जहाँ अमिताभ बच्चन ने लिखा था- नया साल आने में बस कुछ ही दिन बाक़ी हैं. ज़्यादा परेशान होने की बात नहीं, बस 19-20 का ही फ़र्क़ है ये दो ट्वीट दिखाते हैं कि बॉक्स ऑफ़िस के उतार-चढ़ाव से इतर 2019 में देश के हालात को लेकर राजनीतिक और वैचारिक खाँचों में बंटा नज़र आया हिंदी सिनेमा. वो लोग जो इस छोर थे या उस छोर और वो जो ख़ामोश रहे.
ख़ैर फ़िल्मों की बात करें तो साल 2019 का अंत अमिताभ बच्चन को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार मिलने से हुआ पुरस्कार लेते हुए उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज़ में कहा था कि वो उम्मीद करते हैं कि इस अवॉर्ड का मतलब ये नहीं है कि अब उन्हें रिटायर हो जाना चाहिए. नए साल में उनकी दो बड़ी फ़िल्में आ रही हैं- शूजीत सरकार की फ़ैमिली कॉमेडी ‘गुलाबा सिताबो’ जो फ़रवरी में आएगी और थ्रिलर फ़िल्म ‘चेहरे.’