ईरान-अमेरिका का तनाव ‘खूनी संघर्ष’ में बदला, सुलेमानी की मौत के बाद अब तक क्या-क्या हुआ
अमेरिका और ईरान के बीच जारी तनाव उस वक्त और गहरा गया, जब अमेरिका ने बगदाद में हवाई हमला कर ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या कर दी। अमेरिकी हवाई हमले में ईरान के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी के मारे जाने के दोनों देशों के बीच जंग जैसे हालात हैं। दोनों देशों के बीच अघोषित जंग का रूप उस वक्त देखने को मिला, जब बुधवार को कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने के लिए ईरान ने ईराक स्थिति अमेरिका के दो सैन्य ठिकानों पर हमला कर उसके करीब 80 सैनिकों को मार गिराया। दरअसल, तो चलिए जानते हैं ईरान और अमेरिका में तनाव का पूरा घटनाक्रम…
3 जनवरी 2020: ईरान की राजधानी बगदाद में अमेरिका ने हवाई हमला किया। अमेरिकी हवाई हमले में ईरान के टॉप कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत हो गई। पेंटागन ने कहा कि बगदाद में अमेरिकी दूतावास पर हुए हमले के बाद राष्ट्रपति ट्रम्प ने इसके आदेश दिए थे। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव और भी बढ़ गया।
4 जनवरी 2020: ईरान ने कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद अमेरिका को बदला लेने की धमकी दी थी। हालांकि, अमेरिका ने भी कहा था कि अगर ईरान अमेरिका पर हमले की कोशिश करेगा तो उसका जोरदार पलटवार किया जाएगा। कामिस सुलेमानी की हत्या का असर वैश्विक मार्केट पर भी पड़ा। दोनों देशों के बीच तनाव का असर कच्चे तेल की कीमतों में भी देखने को मिला।
7 जनवरी 2020: रिवोल्यूशनरी गार्ड के अगुवा हुसैन सलामी ने कहा ईरान इसका ‘बदला’ लेगा। उसी दिन कासिम सुलेमानी के जनाजे में भगदड़ मच गई, जिसमें करीब 55 लोगों की मौत हो गई।
8 जनवरी 2020: ईरान ने इराक स्थित ऐसे कम से कम दो सैन्य अड्डों पर एक दर्जन से अधिक बैलिस्टिक मिसाइल दागी जहां अमेरिकी सेना और उसके सहयोगी बल ठहरे हुए हैं। ईरानी टीवी ने दावा किया इस हमले में करीब 80 अमेरिकी सैनिक के मारे गए हैं।
8 जनवरी 2020: ईरान द्वारा अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमले के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि सब ठीक है। अमेरिका हताहतों की संख्या और नुकसान की समीक्षा कर रहा है। उन्होंने कहा कि वह कल बयान जारी करेंगे।
ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने अमेरिकी बलों पर किए हमले को आत्मरक्षा में उठाया गया कदम बताया और कहा कि इसके साथ ही अमेरिकी हवाई हमले में मारे गए कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला पूरा हो गया है।