ममता बनर्जी ने कहा है कि दिल्ली में हिंसा नरसंहार थी निर्दोष लोगों की हत्या से गहरा दुख है
कोलकाता । Delhi Violence. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा है कि दिल्ली में हिंसा नरसंहार थी, निर्दोष लोगों की हत्या से गहरा दुख है।
ममता ने कहा कि मैं उन लोगों की निंदा करता हूं जिन्होंने कोलकाता की सड़कों पर “गोलो मेरो …” का नारा लगाया। उनके मुताबिक, यह दिल्ली नहीं है, कोलकाता में “गोलो मरो …” जैसे नारों को बर्दाश्त नहीं करेंगी।
ममता ने कहा कि भाजपा पश्चिम बंगाल सहित पूरे देश में ‘गुजरात दंगों के मॉडल’ को लागू करने की कोशिश कर रही है।
दिल्ली में हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण, शांति बहाली को केंद्र तत्काल उठाए कदम
दिल्ली में हिंसा की घटनाओं पर बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने शुक्रवार को एक बार फिर गहरी चिंता जताते हुए वहां तुरंत शांति कायम करने व लोगों में विश्वास बहाली के लिए केंद्र से तत्काल कदम उठाने की अपील की। शुक्रवार को भुवनेश्वर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई पूर्वी क्षेत्रीय सुरक्षा परिषद की 24वीं बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने यह बात कहीं। बैठक में बंगाल के अलावा ओडि़शा, बिहार व झारखंड के मुख्यमंत्रियों ने हिस्सा लिया, हालांकि झारखंड के मुख्यमंत्री इसमें नहीं पहुंचे। उनकी ओर से राज्य के वित्त मंत्री शरीक हुए।
बैठक के दौरान ममता ने दिल्ली में हिंसा का मुद्दा उठाया। ममता ने बाद में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बैठक में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) व राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) पर कोई चर्चा नहीं हुई लेकिन उन्होंने दिल्ली में हिंसा का मुद्दा उठाते हुए गृहमंत्री से शांति बहाली के लिए तुरंत कदम उठाने की अपील की ताकि स्थिति और न बिगड़े। उन्होंने हिंसा पीडितों को पर्याप्त मुआवजा देने की भी मांग की। ममता ने कहा-‘दिल्ली में जो कुछ हुआ, वह दुर्भाग्यपूर्ण है और उससे मैं बहुत दुखी हूं। दिल्ली सहित देशभर में शांति कायम होनी चाहिए।’
पहले समस्या का हल हो, फिर राजनीतिक चर्चा
पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या वह दिल्ली में हिंसा को लेकर गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग वाली बात को वापस लेंगी, इस पर ममता ने कहा कि पहले समस्या का हल किया जाना चाहिए, फिर राजनीतिक चर्चा होगी। ममता ने कहा-‘बैठक में सीएए-एनआरसी पर कोई चर्चा नहीं हुई क्योंकि यह एजेंडे में नहीं था। न तो मैंने और न ही किसी अन्य मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे को उठाया। यह बैठक एनआरसी-सीएए के लिए नहीं थी।’
दिल्ली हिंसा के बाद बंगाल में और बढ़ी सतर्कता
दिल्ली में हुई हिंसा के बाद से ही बंगाल की पुलिस और प्रशासन सतर्क है। एहतियातन राज्य सचिवालय नवान्न ने सूबे के सभी थानों को निर्देशनामा भेजकर कहा है कि किसी भी तरह की अशांति रोकने के लिए पहले से ही तत्पर रहें।
पिछले दिनों ही गृह सचिव, मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक के साथ उच्चस्तरीय बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने हिदायत दी थी कि किसी भी तरह की अशांति व अप्रिय स्थिति को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन को सख्त कदम उठाना होगा। अब शुक्रवार को नवान्न ने राज्य के सभी थानों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया। यह भी कहा गया है कि अगर किसी क्षेत्र में कुछ भी गड़बड़ी पता चलता है तो इसे तुरंत रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए।
चंदननगर के पुलिस आयुक्त ने नवान्न से आदेश मिलने के तुरंत बाद शुक्रवार को रैफ को गश्ती के लिए सड़क पर उतार दिया। डानकुनी व रिसड़ा का संवेदनशील इलाकों में जवानों ने रूट मार्च भी किया।