हरियाणा में दान के नाम पर जो पंचायती जमीनें बांटी गई हैैं उन्हें सरकार वापस लेगी
हरियाणा में दान के नाम पर जो पंचायती जमीनें बांटी गई हैैं, उन्हें सरकार वापस लेगी। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने पंचायत एवं विकास मंत्री के नाते यह ऐलान किया है। बादली से कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स द्वारा ब्राह्मणों को दान में दी गई जमीनों की रजिस्ट्री नहीं होने तथा उनकी जमीनें वापस लेने का विरोध करने पर दुष्यंत ने यह जानकारी दी।
कुलदीप वत्स पिछले कई दिनों से विधानसभा में यह मुद्दा उठा रहे हैैं। उन्होंने महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे धरना भी दिया था। बुधवार को वह विरोध स्वरूप काली शाल पहनकर विधानसभा पहुंचे, लेकिन उन्हें सुरक्षा कर्मियों ने गेट पर रोक लिया। इसके जवाब में कुलदीप वत्स ने कहा कि दुष्यंत चौटाला काली जैकेट पहनकर भीतर गए हैैं। तब कुलदीप वत्स को भी अंदर जाने दे दिया गया।
कुलदीप वत्स।
कुलदीप ने ब्राह्मणों को दान में दी गई जमीनों के विरोध स्वरूप विधायकों में परचे बांटे। उन्होंने वाक आउट भी किया और दोबारा धरना भी दिया। इस दौरान डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पंचायती जमीन यदि दान दी गई है तो वह वापस ली जाएगी। दान की गई निजी जमीन पर वापस लेने का एक्ट लागू नहीं होता। हुड्डा सरकार में 1241 एकड पंचायती जमीन कुछ लोगों के फायदे के लिए दी गई थी। 2013 में 85 फीसदी पंचायती जमीन केवल चार जिलों में बांट दी गई थी।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि यदि भूपेंद्र सिंह हुड्डा इस मामले की जांच चाहते हैैं तो वह उनकी पसंद के एफसीआर से करा देंगे। उन्होंने कहा कि 1952 के बाद जो पंचायत एक्ट बना था, उसके बाद जो भी पंचायती जमीन अगर किसी को दी गई है तो केवल उसी की वापसी के लिए नया कानून आ रहा है, हालांकि यह कानून भी उन्होंने नहीं बनाया है।