AAP विधायक छेड़छाड़ के आरोप से बरी
नई दिल्ली । महिला से छेड़छाड़ के मामले में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक दिनेश मोहनिया को राउज एवेन्यू की विशेष अदालत ने बरी कर दिया है। अभियोजन पक्ष ऐसा कोई साक्ष्य पेश नहीं कर सका, जिससे आरोप साबित हो सकें। 2016 में एक महिला ने मोहनिया के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई थी।
इसी के साथ ही मोहनिया से अदालत ने 20 हजार रुपये की जमानत भी ली है, ताकि शिकायतकर्ता इस फैसले को ऊपरी अदालत में चुनौती दे तो मोहनिया की उपस्थिति सुनिश्चित की जा सके।
7 मामलों में बरी हो चुके हैं मोहनिया
संगम विहार से विधायक दिनेश मोहनिया के खिलाफ 2016 में एक जनसंवाद के दौरान महिला से छेड़छाड़ के आरोप में केस दर्ज हुआ था। इसी तरह उनके खिलाफ अलग-अलग मामलों में कुल 9 केस दर्ज हुए थे, जिनमें से अब तक सात मामलों में अदालत उन्हें बरी कर चुकी है।
एक मामले में पुलिस ने आरोपपत्र दाखिल नहीं किया और दूसरे मामले की सुनवाई पर अदालत ने रोक लगा रखी है। गौरतलब है कि 2015 के बाद से आप के 52 विधायकों के खिलाफ 125 से अधिक केस दर्ज हुए। जिसमें से अभी तक 82 से अधिक मामलों में आरोपित बरी हो चुके हैं।
अमन के लिए कांग्रेस कर रही प्रयास: चौधरी अनिल
वहीं मौजपुर में सोमवार को हिंदू-मुस्लिम एकता मिलन समारोह आयोजित किया गया। इसमें दोनों धर्म के लोगों ने हिस्सा लिया। इसके साथ ही मुख्य रूप से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार और सीलमपुर के पूर्व विधायक चौधरी मतीन अहमद मौजूद रहे। लोगों ने दंगों पर दुख जाहिर किया, साथ ही सबकुछ भूलकर साथ रहने का वादा किया।
कार्यक्रम का नेतृत्व करने वाले चौधरी मतीन अहमद ने कहा कि सीलमपुर विधानसभा क्षेत्र दिल्ली के सामने नजीर है कि यहां दोनों समुदाय साथ रहते आएं हैं, बाहरी लोगों ने दंगे किए और माहौल को खराब करने की कोशिश की। अनिल कुमार ने कहा कि कांग्रेस दंगा प्रभावित इलाकों में अमन कायम करने के लिए हर एक प्रयास कर रही है। हर पीड़ित के साथ कांग्रेस खड़ी हुई है, अपनी ओर से उन्हें हर एक संभव मदद दे रही है। एक बार फिर से वही दिल्ली बनानी है, जहां सब साथ रहते थे। प्रदेश उपाध्यक्ष अली महंदी, पूर्व पार्षद चौधरी रोहतास, चौधरी देवानंद, नदीम शेख सहित कई लोग मौजूद रहे।