दर्ज होगा मुकदमा बिना वाजिब कारण सड़क पर मिले तो
फरीदाबाद : कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के मकसद से सोमवार को जिले में लॉकडाउन लागू हो गया है। शुरुआत में लोग कुछ संशय में दिखे, मगर शाम तक स्थिति साफ हो गई। पुलिस ने लोगों को उनके घर वापस लौटा दिया। पुलिस आयुक्त केके राव ने साफ किया है कि मंगलवार से लॉकडाउन के प्रावधानों में किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। जो लोग बिना वाजिब कारण सड़क पर मिलेंगे, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। चालान कर उनका वाहन भी जब्त कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान लोग केवल जरूरी वस्तुओं की खरीदारी या मेडिकल इमरजेंसी में ही घरों से बाहर निकल सकते हैं। इसके लिए सुबह 9 से दोपहर 12 और शाम 4 से 7 बजे का समय निर्धारित किया गया है।
पुलिस आयुक्त केके राव ने बताया कि लॉकडाउन के तहत जिले की सीमाएं भी सील कर दी गई हैं। दिल्ली, गुरुग्राम, पलवल से फरीदाबाद का निवासी होने का पहचान पत्र दिखाए बिना किसी व्यक्ति को जिले में नहीं आने दिया जाएगा। दूध, फल, सब्जी व खाने पीने का सामान लाने-ले जाने की इजाजत होगी। इन वस्तु और सेवाओं पर नहीं होगी पाबंदी
पुलिस आयुक्त केके राव ने बताया कि कानून व्यवस्था लागू करने वाले दफ्तर जैसे पुलिस, हेल्थ, फायर, जेल, अदालत से संबंधित कार्यालय खुले रहेंगे। सरकारी राशन, बिजली दफ्तर, पानी की सप्लाई, साफ सफाई की जिम्मेदारी संभालने वाले विभाग खुले रहेंगे। अकाउंट ऑफिस, बैंक, एटीएम, एटीएम में कैश डालने से जुड़े दफ्तर, प्रिट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के कार्यालय खुले रहेंगे। अखबार वितरण, टेलीकॉम, इंटरनेट और पोस्टल सेवाएं पर पाबंदी नहीं है। सभी खाने और दवाइयों की दुकानें खुली रहेंगी। फल, सब्जी, ब्रेड, अंडा, दूध, बेकरी, मिल्क प्लांट खुले रहेंगे। अस्पताल, क्लीनिक, नर्सिंग होम, फायर ब्रिगेड, पेट्रोल पंप, एलपीजी की एजेंसी भी चलती रहेंगी। रेस्तरां को फूड डिलीवरी एवं होम डिलीवरी की भी छूट रहेगी लेकिन वह लोगों को बिठाकर खाना नहीं खिला सकते। इन पर रहेगी पाबंदी
पैसेंजर ट्रेन और मेट्रो की आवाजाही नहीं होगी। सार्वजनिक यातायात, निजी बस, टैक्सी, ऑटो, ई रिक्शा सहित अन्य पर रोक रहेगी। उद्योग, फैक्ट्री, निजी दफ्तर, सभी तरह के निर्माण कार्य, सिनेमा, मॉल, पार्क, खेल मैदान, धर्मस्थल बंद रहेंगे। कोरोना वायरस को हराने के लिए सरकार के आदेशों के पालन में आमजन की भागीदारी बेहद जरूरी है। इस वायरस से लड़ने का एकमात्र तरीका सोशल डिस्टेंसिग है।