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मंत्री ने कहा कि पहले प्रवासी बिहारियों को दिल्ली की सीमा से बाहर किया गया। इसके बाद वे एक हजार किमी की यात्रा कर यूपी के रास्ते बिहार पहुंचे

पटना । दिल्ली से बड़े पैमाने पर बिहार के कामगारों और विद्यार्थियों की बिहार वापसी पर जदयू दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमलावर हो गया है। जदयू के महासचिव और जल संसाधन मंत्री संजय झा ने मंगलवार को कहा कि बिहार के कामगार और विद्यार्थी देश के सभी राज्यों में हैं। ऐसे में यह सवाल उठता है कि आखिर इतनी बड़ी संख्या में दिल्ली से ही बिहार के लोगों की वापसी क्यों हुई?

मंत्री संजय झा ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा लगातार यह कहा गया कि उन्होंने चार लाख लोगों के खिलाने की तैयार कर रखी है। अगर इतने लोगों को खिलाया जा रहा है तो फिर इतने बड़े स्तर पर प्रवासी बिहारी क्यों लौटे? दिल्ली में आखिर ऐसा क्यों हुआ? झूठ के साथ समस्या यह है कि आप भूल जाते हैं कि पहले आपने क्या कहा है?

जल संसाधन मंत्री ने कहा कि पहले प्रवासी बिहारियों को दिल्ली की सीमा से बाहर किया गया। इसके बाद वे एक हजार किमी की यात्रा कर यूपी के रास्ते बिहार पहुंचे। अब वे लोग बिहार की सीमा पर रुकना नहीं चाह रहे हैं, किसी कीमत पर घर जाना चाहते हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोगों के लिए उनकी ओछी राजनीति और संकीर्ण मानससिकता ही प्राथमिकता में है। इस वजह से प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन के दौरान जिस लक्ष्मण रेखा की बात कही थी, अदूरदर्शी लोगों की वजह से उसका पालन नहीं हो सका।

 

उन्‍होंने कहा कि जिन लोगों ने दिल्ली से बिहारियों को भगाया उनकी तारीफ हो रही हैै। बिहार के लोगों को खदेड़ कर जिन लोगों ने अपना राजनीतिक स्कोर सेट कर लिया, उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि लगेगी आग तो घर आएंगे कई जद में, यहां पे सिर्फ हमारा मकान थोड़े है।

गौरतलब है कि कोरोना संकट के बाद से अब तक सवा लाख लोग देश-विदेश से बिहार आए हैं। इनमें काफी संख्‍या में दिल्‍ली से कामगार-मजदूर भी बिहार पहुंचे हैं। खास बात कि काफी संख्‍या में लोगों की जांच तक नहीं हुई है।

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