करोना महामारी से बचने के लिए संयम ईश्वर के प्रति शरणागत होना जरूरी होगा
फरीदाबाद : महामारी करोना से मुक्ति का एकमात्र उपाय ईश्वर के शरणागत होना होगा, प्रत्येक देशवासी संपूर्ण विश्व के लोग वैज्ञानिक बचाव करने के साथ-साथ अपने अपने आस्था अनुसार पूजा- पाठ,जप- तप -साधना -आराधना -उपासना करें हवन आदि करें, करोना वायरस नष्ट होगा करोना महामारी बीमारी शासकों के प्रयोगों का दुष्ट परिणाम है जो विश्व विजयी बनने के लिए प्रयत्नशील है मिथ्या अहंकार नकारात्मक विचार धारा, मुठी में संसार करलो, यह सोच का ही फल है, हर प्राणी ईश्वर- परमेश्वर एवम उसकी बनाई सृष्टि को सच्चे मन से प्यार करें। देश दुनिया के लोगों के साथ करोना जैसी घातक संक्रमण संक्रामक रोग का आक्रमण ना होता यदि प्रभु की सत्ता से अपनी सत्ता को सर्वश्रेष्ठ मानने का प्रयास ना किया होता, जो एक चुनौती के रूप में संपूर्ण विश्व में मुंह फैलाए खड़ी है जिसकी जितनी समझ है वह उस प्रकार आकलन कर रहा है
●विश्व सभ्य मानव समाज आज भौतिक संसाधनों के प्रति आशक्त है जिसका दुषपरिणाम है करोना जैसी” दैवी आपदा” है जो हमारे लिए दुखदाई है एवं घातक भी है हमें अपनी संस्कृति सभ्यता के मार्ग पर चलना होगा तभी जाकर करोना जैसे संक्रामक रोगों से बच सकेंगे आपसी भाईचारा मानवता की रक्षा सर्वत्र शांति समृद्धि के लिए प्रार्थना उपासना की आवश्यकता है तभी हम विश्व गुरु भारतम् के उद्घोष को बनाए बचाए रख सकेंगे। दोषारोपण बंद हो, वाद-विवाद बंद हो,करोना पर राजनीति बंद हो, दुष्प्रचार बंद हो, करोना मुक्ति आंदोलन प्रचण्ड हो सभी लोग अपने अपने जीवन परिवार की रक्षा करें समर्पित भाव से डॉक्टरों द्वारा सुझाव पर अमल करें उसके साथ-साथ अपनी मान्यताओं के अनुसार परमात्मा की आराधना उपासना अवश्य करें वह बड़ा दयालु कृपालु है
इसके अलावा कुछ नहीं है संभव हो तो देश के शासक अकेले केदारनाथ बद्रीनाथ पशुपतिनाथ द्वादश ज्योतिर्लिंगों शक्तिपीठों धार्मिक स्थलों पर जाएं जिससे देश में शांति सद्भावना आपसी भाईचारा हो, महामारी करोना से मुक्ति मिले। घर घर अलख जगायेंगे,करोना को भगएंगे कोई भूखा ना रहे,कोई भूखा ना मरे, सभी धर्म करे पुकार, देश धर्म करो स्वीकार, घर घर अलख जगायेंगे आतंकवाद मिटायेंगे, महंत कैलाश नाथ हठयोगी।