दुष्यंत चौटाला ने बताई ये वजह, लॉकडाउन में क्यों चल रहीं शराब फैक्ट्री
कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर लॉकडाउन की अवधि 3 मई तक बढ़ा दी गई है. हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि राज्य लॉकडाउन के दूसरे फेज के लिए भी पूरी तरह से तैयार है. उन्होंने कहा कि 20 अप्रैल के बाद जिन-जिन क्षेत्रों में कोरोना का सक्रंमण कम होगा, वहां धीरे-धीरे हालात सामान्य करने की दिशा में आगे बढ़ा जाएगा.
दुष्यंत चौटाला ने कहा, सरकार का प्रयास है कि प्रदेश में इस समय बनी गंभीर स्थिति में श्रमिकों के लिए रोजगार, किसानों की फसल कटाई और उसकी खरीद सही तरीके से हो. इसके लिए सरकार लगातार तमाम वर्गों और अधिकारियों के साथ चर्चा कर रही है. दुष्यंत चौटाला ने जनता से अपील करते हुए कहा कि कोरोना महामारी की जंग जीतने के लिए सभी को मिलकर मजबूती के साथ सरकार का साथ देना होगा.
दुष्यंत चौटाला ने बताया कि कोरोना संकट से निपटने के लिए हरियाणा को रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में बांटा है. सरकार ने रेड जोन को न केवल कुछ जिलों तक सीमित किया है बल्कि उसे ब्लॉक स्तर तक लेकर जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हरियाणा में करीब 140 ब्लॉक हैं जिनको प्रतिदिन मॉनिटर किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिस ब्लॉक में कोरोना वायरस का प्रकोप अब तक नहीं पहुंचा, सरकार ने उसे ग्रीन जोन में शामिल किया है. वहीं जिस क्षेत्र में विदेश से आकर कोई नागरिक रुका, उसे ऑरेंज क्षेत्र निर्धारित किया गया.
वहीं उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश में उद्योगों की गतिविधियों को वापस पटरी पर लाने के लिए सरकार काम कर रही है. इसमें सोशल डिस्टेंसिंग आदि कई बिंदुओं को ध्यान में रखकर प्लांनिग बनाई जा रही है.
उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने शराब फैक्ट्रियों को चालू करने के आदेश को लेकर विरोधियों के सवाल उठाए जाने पर कहा कि सरकार फिलहाल कोई भी शराब का ठेका खोलने नहीं जा रही है. उन्होंने बताया कि सैनिटाइजर बनाने के लिए ईएनए और एथनॉल की आवश्यकता होती है. इसकी हिमाचल और दिल्ली से मांग भी आई है. उन्होंने कहा कि ऐसे में इन शराब फैक्ट्रियों को चलने की अनुमति देनी पड़ी.
उपमुख्यमंत्री ने किसानों के मुद्दे पर कहा कि सरकार ने कोरोना महामारी को कंट्रोल करने और किसानों की सहूलियत को देखते हुए प्रदेश भर में पिछली बार से चार गुणा अधिक फसल खरीद केंद्र बनाए हैं. 15 अप्रैल से सरसों की फसल की खरीद शुरू हो जाएगी. प्रदेश में फसल की कटाई के लिए कंबाइन की व्यवस्था की गई है. सरकार ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ एप पर किसानों द्वारा ऑनलाइन बुकिंग के अनुसार कंबाइन उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी कर रही है.