किसी कर्मचारी को नौकरी से ना निकालें, प्रधानमंत्री मोदी ने कंपनियों से की अपील
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोनावायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन की अवधि को तीन मई, 2020 तक बढ़ाने का मंगलवार को ऐलान किया। उन्होंने इस दौरान कंपनियों से कर्मचारियों की नौकरी से नहीं निकालने की अपील की। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण के अंत में लोगों से सात चीजों पर ध्यान देने की बात कही। इसी कड़ी में उन्होंने कहा, ”अपने व्यवसाय एवं उद्योग में अपने साथ काम कर रहे लोगों के प्रति संवेदना रखें और किसी को नौकरी से ना निकालें।”
प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को कहा कि सरकार 20 अप्रैल के बाद ऐसे इलाकों में लॉकडाउन से कुछ रियायत दे सकती है, जहां वायरस के प्रसार की आशंका कम है। उन्होंने कहा कि ये अनुमति सशर्त होगी। बाहर निकलने के नियम बहुत सख्त होंगे। लॉकडाउन के नियम अगर टूटते हैं और कोरोना का पैर अगर उस इलाके में पड़ता है तो सारी अनुमति वापस ले ली जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बुधवार को इस बारे में सरकार की ओर से विस्तृत गाइडलाइन जारी की जाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश के ऐसे तबके को ध्यान में रखते हुए यह सीमित छूट दी जा सकती है, जो रोज कमाते-खाते हैं। उन्होंने कहा, ”20 अप्रैल से चिह्नित क्षेत्रों में इस सीमित छूट का प्रावधान हमारे गरीब भाई-बहनों की आजीविका को ध्यान में रखते हुए किया गया है, जो रोज कमाते हैं, रोज की कमाई से अपनी जरूरतें पूरी करते हैं।”
उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की दिक्कतों को कम करना उनकी प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नई गाइडलाइंस बनाते समय भी ऐसे लोगों के हितों को ध्यान में रखा गया है।
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना से लड़ाई लड़ रहे डॉक्टरों, नर्स और स्वास्थ्य कर्मचारियों को सम्मान देने की भी अपील की।उल्लेखनीय है कि मंगलवार को देश में कोरोना से जुड़े मामलों की संख्या 10 हजार के पार पहुंच गई।