ये हो सकते हैं कारण, क्या शादी से बार-बार इनकार कर रहे हैं आपके बच्चे?
पहले के वक्त में शादी के बंधन में लोग परिवार की मर्जी से बांध दिए जाते थे। एक वक्त ऐसा भी था जब बिना देखे ही शादी करा दी जाती थी, क्योंकि मां-बाप ने लड़के और लड़की को पसंद किया होता था। पहले के माता-पिता की तरह जाहिर तौर पर, आज भी परेंट को बच्चों की उम्र बढ़ते ही शादी की फिक्र होने लगती है। लेकिन, बच्चों को शादी के लिए एक बार में मनाना बहुत ही मुश्किल होता है। बच्चे शादी के नाम से ही चिढ़ने लग जाते हैं।
हर माता-पिता चाहते हैं, कि उनके बच्चे वक्त पर शादी करके सेटल हो जाएं। ऐसे शादी को लेकर बच्चों का बार-बार न सुनना माता-पिता के लिए बहुत परेशानी भरा होता है। इसके पीछे कुछ खास कारण हो सकते हैं। आइए समझने की कोशिश करते हैं कि आखिर क्यों आपके बच्चे शादी से लगातार इनकार कर रहे हैं।
अपनी आजादी खोने का डर
आजकल की यंग जनरेशन कॉलेज के बाद घर से बाहर निकल जाती है। जहां उन्हें आजादी से जीने को मौका मिलता है और उनकी लाइफस्टाइल में भी बदलाव आने लगता है। ऐसे में शादी की बात से उन्हें अपनी आजादी खोने का डर बना रहता है, किसी की रोक-टोक और जीवन में किसी और के आने से बदलाव के लिए हर कोई तैयार नहीं होता है।
पुराना रिलेशनशिप
आजकल की जनरेशन का शादी से भागने का एक और कारण उनकी पुराने रिलेशन से मिला खराब अनुभव भी हो सकता है। लोग शादी से पहले अगर किसी के साथ टॉक्सिक रिलेशनशिप में होते हैं, तो उनका मन शादी को लेकर पहले से ही खराब हो जाता है और वे किसी के भी साथ घर बसाने से कतराने लगते हैं। ऐसा भी हो सकता है कि वह पहले किसी के साथ बहुत ज्यादा सीरियस रिलेशन में रहे हो और वे उसे भूला नहीं पा रहे हों।
दूसरों के क्लेश देखकर मन में डर
कई बार ऐसा होता है कि हम मन में दूसरों के खराब रिलेशन से अपने जीवन को जोड़ने लगते हैं या फिर अगर घर में ही अपने माता-पिता को लंबे वक्त तक लड़ते झगड़ते देखते हैं, तो बच्चों का मन शादी के नाम से ही उब जाता है। ऐसा भी हो सकता है कि बच्चों के साथ के दोस्त जिनकी शादी हो चुकी है, उनकी मैरिड लाइफ खराब चल रही है, तो उन्हें भी यही लगने लगता है कि शादी करके कोई फायदा नहीं है।
NEWS SOURCE : jagran