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हजारों टन फसल बर्बाद, सड़क पर गेहूं डालने को मजबूर किसान वाह रे प्रशासन !

IMAGES SOURCE : GOOGLE

रोहतक : हरियाणा में साल भर की मेहनत के बाद खून पसीना एक कर उगाया किसान का पीला सोना सड़क पर बिखरा पड़ा हुआ है। रोहतक जिले के मदीना गांव में अनाज मंडी में जगह न होने के चलते किसान सड़क पर अपनी फसल डालने पर मजबूर है। मदीना गांव में अनाज मंडी में जगह नहीं थी, तो किसानों ने करीब ढ़ाई किलोमीटर तक सड़क पर गेहूं की फसल डाली। बेमौसमी बारिश ओलावृष्टि से बची हुई फसल अब सड़कों पर बिखरी पड़ी है, जिससे किसानों का कहना है कि प्रशासन के दावे पूरी तरह से झूठे हैं और उन्हें कोई सुविधा नहीं मिल पा रही। वहीं जिले में लगभग 8 के करीब अनाजमंडी है।

किसानों के लिए हर साल बेहतर सुविधा का दावा करने वाले रोहतक प्रशासन की एक बार फिर से पोल खुली है। साल भर कड़ी मेहनत करने के बाद किसान सड़क पर अपना पीला सोना यानी गेहूं डालने पर मजबूर हो रहे है। हर साल मंडियों से इस तरह की तस्वीर सामने आती है और रोहतक जिला प्रशासन बार-बार बेहतर सुविधा किसानों को देने का दावा करता है,लेकिन तस्वीर सब कुछ बोलती है।

सड़क पर गेहूं डालने को मजबूर किसान

रोहतक जिले के मदीना गांव के लिंक रोड पर करीबन ढ़ाई किलोमीटर तक किसान अपनी गेहूं की फसल सड़क पर डालने पर मजबूर है। अनाज मंडी में जगह न होने के चलते मजबूरी में किसान सड़कों पर गेहूं डाल रहे है। अब बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि के नुकसान से बची थोड़ी बहुत फसल अब किसान सड़कों पर डाल रहे हैं क्योंकि मंडियों में जगह नहीं है। किसानों का कहना है कि वो काफी मजबूर है इस वक्त खेतों में गेहूं की कटाई का समय है। ना ही मजदूर मिल पा रहे हैं और मुश्किल से गेहूं की कटाई करके मंडियों में लेकर जाते हैं तो वहां भी जगह नहीं होती।

पोर्टल में समय होता है बर्बाद

साथ ही किसानों ने ये भी कहा है कि पोर्टल में उलझ कर काफी समय बर्बाद होता है, जबकि इस वक्त किसानों के पास समय नहीं होता। जबकि प्रशासन बार-बार दावा करता है कि किसानों को बेहतर सुविधा दी जाती है लेकिन तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा है की किस तरह से सड़क पर किसान की साल भर की मेहनत बिखरी पड़ी है।

NEWS SOURCE : punjabkesari

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