संक्रमित महिला की मौत से दहशत बहुत खतरनाक है ये वाला कोरोना… पेट और गले में दर्द दे रहा
Covid 19 4th Wave कोरोना की चौथी लहर में यह महामारी एक बार फिर से भयावहता की ओर तेजी से बढ़ रही है। कोरोना के नए-नए वेरिएंट की पहचान होने से स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी सकते हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक दिन में एक हजार मामले मिलने से सरकार हाई अलर्ट पर है। यहां पॉजिटिविटी रेट 5 के करीब पहुंच जाने के बाद संक्रमण और तेजी से फैलने के संकेत हैं। इस बार कोरोना वायरस के फैलाव के लिए मूलत: ओमिक्रॉन वेरिएंट को जिम्मेदार माना गया है। यह डेल्टा वेरिएंट के साथ मिलकर कई तरह के सब वेरिएंट क्रिएट कर रहा है। तेज गति से हो रहे म्यूटेशन में कोरोना वायरस पहले के मुकाबले कमजोर जरूर हुआ है, लेकिन इसके नए-नए लक्षण लोगों को अधिक परेशान कर रहे हैं।
रिम्स के पूर्व निदेशक भी कोरोना पॉजिटिव
बुधवार को कोविड जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद रिम्स के पूर्व निदेशक डा जगन्नाथ प्रसाद को भी रिम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती किया गया है। इलाज कर रहे डाक्टरों के अनुसार वह पहले से ही कई बीमारियों से ग्रसित हैं और उनकी उम्र भी 78 वर्ष है। ऐसे में उनकी दूसरी बीमारी से संबंधित इलाज रिम्स के ही दूसरे विभाग में चल रहा था, जिसके बाद कोविड जांच रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें न्यू ट्रामा सेंटर के दूसरे तल्ले में भर्ती कर लिया गया है।
कोरोना से महिला की मौत
इधर झारखंड के कोडरमा में कोरोना संक्रमित महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। उसे पेट और गले में तेज दर्द की शिकायत के बाद अस्पताल में दाखिल कराया गया था। जहां कोरोना वायरस संक्रमण की जांच में वह पॉजिटिव मिली थीं। दैनिक जागरण के कोडरमा संवाद सहयोगी ने बताया कि सदर अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीज की मंगलवार को देर रात मौत हो गई। इस तरह कोडरमा जिले में करीब ढाई माह बाद मंगलवार को कोरोना संक्रमण का नया मामला सामने आया। कोरोना संक्रमित जिस 50 वर्षीय महिला की मौत हुई है, वह पहले से दमा की मरीज थी। वह डोमचांच के महथाडीह की रहने वाली थी। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि महिला की कोरोना जांच रिपोर्ट मंगलवार को मिली और उसी रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
कोडरमा सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डा. अमरेंद्र सिन्हा ने कहा कि यह महिला पिछले दो माह से बीमार थी। उसे इलाज के लिए निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया था। उसकी हालत ज्यादा बिगड़ने पर परिवार वाले सरकारी अस्पताल लेकर आए थे। डॉक्टरों के मुताबिक कोरोना संक्रमित महिला के पेट और गले में तेज दर्द हो रहा था। उसका आक्सीजन लेवल 60 से 65 के बीच था। डॉक्टर ने बताया कि महिला को सांस लेने में काफी तकलीफ हो रही थी। जिसके बाद उसे डीसीएचसी में भर्ती किया गया। आक्सीजन सपोर्ट देकर उसकी कोरोना जांच की गई। जिसमें उसकी रिपोर्ट पाजिटिव आई। महिला की इलाज के क्रम में ही देर रात को मौत ही गई। चिकित्सक का कहना है कि इस महिला की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं थी। बावजूद वह कोरोना से संक्रमित हो गई। ऐसे में दूसरे लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। कोवडि प्रोटोकाल का अनिवार्य तौर पर पालन करना चाहिए। शारीरिक दूरी बनाकर रखना चाहिए। हमेशा मास्क लगाए रखना चाहिए।
source news: jagran