बिजली कनेक्शन के नाम पर ले रहा था पैसे, लोगों ने पकड़ा तो बोला – मुझे है कोरोना
कोरोना, खौफ का ऐसा प्रयाय बन गया है कि कोई झूठ में कह दे कि वह कोरोना संक्रमित है, तो हडकंप मच जाता है। ऐसा ही कुछ हुआ जब बिजली मीटर के नाम पर पैसे हड़पने के आरोपित को ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस को सौंपा तो उसने खुद को कोराना से संक्रमित बता दिया। इतना कहते ही हड़कंप मच गया। पुलिसकर्मी संदिग्ध संक्रमित युवक के पास जाने से भी घबरा रहे थे।
जिसके बाद डीएसपी कुशल पाल राणा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ थाने में पहुंचे। बाद में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने युवक को कोविड अस्पताल में दाखिल करवाया।
दरअसल अलीपुरा गांव के जलघर के पास दस परिवारों की कॉलोनी है। इसमें बिजली की सुविधा नहीं है। बुधवार को आरोपित कॉलोनी में रहने वाले लोगों से बिजली का कनेक्शन दिलवाने के नाम पर पैसे मांगने लगा। शक होने पर कॉलोनी के लोगों ने सरपंच रामकुमार को सूचना दी। सरपंच ने आरोपित युवक के बारे में बिजली निगम कार्यालय से जानकारी ली तो पता लगा कि वह उनका कर्मचारी नहीं है।
जिस पर ग्रामीणों ने उसकी धुनाई करने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस पूछताछ में उसने खुद को कोरोना संक्रमित बताया और कहा कि वह उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से भी होकर आया है।
यह सुनकर पुलिसकर्मियों में दहशत फैल गई। सभी ने तुरंत अपने हाथों को सैनिटाइज किया और आरोपित से दूर होकर खड़े हो गए। मामले की जानकारी आलाधिकारियों को दी गई, तो डीएसपी रादौर कुशलपाल राणा पहुंचे। स्वास्थ्य विभाग की टीम आरोपित को ईएसआइ में बनाए गए कोविड वार्ड में लेकर पहुंची। वहीं यमुनानगर से भी स्वास्थ्य विभाग टीम उन ग्रामीणों की जांच करने पहुंची, जिनके वह संपर्क में आया था।
हालांकि एसएमओ डॉ. विजय परमार के अनुसार युवक ने खुद को कोराना संक्रमित होने की बात कही है। इस समय में कोई भी रिस्क नहीं लिया जा सकता, इसलिए ही उसको दाखिल किया गया है। उसका सैंपल भेजा गया है। रिपोर्ट के बाद ही सही स्थिति स्पष्ट होगी।