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कोर्ट ने दिलाए 15 हजार, OLA कैब का नहीं चला AC, कंपनी ने यात्री को 100 रुपये देकर टरकाना चाहा

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नई दिल्‍ली. कैब ड्राइवरों के गलत व्‍यवहार या फिर कैब में बताई गई सुविधाएं न देने की काफी शिकायतें आमतौर पर आती रहती है. ज्‍यादातर ओला (Ola) और उबर (Uber) यूजर्स कंपनी के कस्‍मर केयर या ऐप पर अपनी शिकायत देकर चुप हो जाते हैं. लेकिन, ओला कैब (Ola Cab) को बेंगलूरु के विकास भूषण ने उनके किए की पूरी सजा दिलाई है. ओला ने विकास को सफर के लिए जो कैब मुहैया कराई उसमें AC काम नहीं कर रहा था. लेकिन, फिर भी किराया उनसे पूरा लिया गया. विकास ने कंपनी को कोर्ट में घसीट लिया. कोर्ट ने ओला कैब को कसूरवार मानते हुए विकास को 10 हजार रुपये मुआवजा, कानूनी खर्च के 5 हजार रुपये और किराए के रूप में चुकाए 1837 रुपये ब्याज सहित देने का आदेश दिया है. खास बात यह है कि विकास भूषण ने खराब एसी की शिकायत पहले ओला कस्‍टमर केयर (Ola Customer Care) पर की थी और रिफंड मांगा. लेकिन, वहां उन्‍हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया. इसके बाद विकास ने ई-मेल से ओला सीईओ भाविश अग्रवाल (Ola CEO Bhavish Agarwal) से उनकी कंपनी की शिकायत की. लेकिन, भावेश ने भी उनकी कोई सुनवाई नहीं की.

 

 

यह था पूरा मामला
विकास ने 18 अक्टूबर 2021 को 80 किमी के सफर के लिए ओला कैब बुक की थी. कंपनी ने कैब बुक करते वक्‍त बताया कि उन्हें एक्स्ट्रा लैग रूम और एसी सुविधा उपलब्‍ध कराई जाएगी. लेकिन भूषण ने पाया कि यात्रा के दौरान कैब का एसी काम नहीं कर रहा था. एसी न चलने से उन्‍हें काफी परेशानी हुई और जैसे-तैसे उन्‍होंने अपना सफर पूरा किया. कैब में शिकायत का कोई साधन मौजूद नहीं था. उन्‍होंने किराए के 1837 रुपये चुका दिए. बाद में उन्‍होंने कस्टमर केयर से संपर्क साधा और रिप्रेजेंटेटिव्स को बताया कि कंपनी ने उनसे एसी का भी चार्ज ले लिया, लेकिन यह सुविधा मुहैया नहीं कराई गई. इसलिए उन्‍हें रिफंड चाहिए. कंपनी की तरफ से कहा गया कि एसी का कोई एडिशनल चार्ज नहीं लिया गया था. इसलिए रिफंड नहीं दिया जाएगा. विकास ने मेल से कंपनी सीईओ भावेश से शिकायत की पर कोई नतीजा नहीं निकला.

 

कंपनी ने 100 रुपये का कूपन देकर टरकाना चाहा
विकास ने 11 नवंबर 2021 को नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई और रिफंड की मांग की. ओला ने बाद में भूषण की यह बात मान ली कि एसी सर्विस में शामिल थी, लेकिन रिफंड से इनकार कर दिया और 100 रुपये का कूपन दे दिया. विकास भूषण ने हार नहीं मानी और कंज्‍यूमर कोर्ट में केस दाखिल कर दिया.

 

 

NEWS SOURCE : news18

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