फरीदाबाद : बांस बल्लियां भी लोगों ने हटाई, रामभरोसे कंटेनमेंट जोन
फरीदाबाद : कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। इसे देखते हुए प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन की संख्या भी बढ़ाई है, पर अब जो कुछ है, वो बांस-बल्लियों के सहारे ही है। कहीं-कहीं बांस बल्लियां भी नहीं लगाई गई हैं। कई जगह तो कंटेनमेंट जोन के बावजूद खूब आवाजाही होती नजर आई। पहले जहां एक मामला सामने आते ही पूरे सेक्टर, कॉलोनी या गांव को कंटेनमेंट घोषित कर सील कर दिया जाता था। पुलिस कर्मी किसी को पास फटकने तक नहीं देते थे, ताकि बाहर कोई अंदर न आए और अंदर का शख्स ज्यादा आवाजाही न करे। अब पुलिस कंटेनमेंट जोन से बिल्कुल अलग हो चुकी है। पुलिस की ड्यूटी कंटेनमेंट जोन में केवल गश्त तक सीमित हो गई है। बृहस्पतिवार को दैनिक जागरण टीम ने प्रशासन की तरफ से घोषित कुछ कंटेनमेंट जोन का दौरा किया, तो यही कुछ नजर आया। राहुल कॉलोनी
एनआइटी की राहुल कॉलोनी स्लम बस्ती है। तीन दिन पहले ही यहां एक गली में कोरोना संक्रमित मिला है। नगर निगम ने उस गली को बल्लियां लगाकर सील कर दिया। प्रशासनिक कर्मियों के जाते ही गली के लोगों ने बल्लियां हटाकर एक तरफ रख दीं। लोगों के आवागमन पर अब वहां कोई रोकटोक नहीं है। एसजीएम नगर
एसजीएम नगर हाउसिग बोर्ड से सेक्टर-48 वाली रोड पर एक मकान में परिवार के तीन सदस्य कोरोना संक्रमित पाए गए। प्रशासन ने केवल उस मकान के बाहर कोरोना संक्रमित होने का नोटिस चस्पा कर अपना काम निबटा लिया। रोड पर लोगों का आवागमन पहले की तरह जारी है। गांधी कॉलोनी
गांधी कॉलोनी में दो दिन पहले ही एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया गया। प्रशासन ने वह गली कंटेनमेंट घोषित कर दी। मगर गली में लोगों का आवागमन रोकने के लिए बांस बल्लियां भी नहीं लगाई गई हैं। लोग उस गली से खूब आवागमन कर रहे है। एनआइटी-2 बिजली दफ्तर
एनआइटी-2 स्थित बिजली दफ्तर में कर्मियों के संक्रमित पाए जाने के बाद लखानी धर्मशाला से एनआइटी-2 बिजली दफ्तर वाली रोड कंटेनमेंट घोषित की गई। पुलिस ने यहां बेरिकेडिग कर दी। पुलिसकर्मी भी तैनात किए मगर लोगों का आवागमन पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं है। बड़े स्तर पर वाहनों का आवागमन जारी है। कंटेनमेंट जोन में सरकार के समय-समय पर मिलने वाले दिशा-निर्देशों का पालन किया जा रहा है। अब गली या कुछ घरों को कंटेनमेंट घोषित किया जाता है। कंटेनमेंट जोन को सील किया जाता है, अगर इसमें लापरवाही हो रही है तो इसकी जांच की जाएगी।
-यशपाल यादव, उपायुक्त फरीदाबाद