कुलदीप बिश्नोई बड़े कदम की तैयारी में, हरियाणा कांग्रेस में हलचल तेज, सोनिया के प्रतिनिधियों ने हुड्डा को टटोला
Haryana Congress : हरियाणा कांग्रेस में बदलाव का मामला अब काफी पेचिदा हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा राज्य कांग्रेस विधायक दल के नेता का पद अपने पास रखने के साथ प्रदेशाध्यक्ष पद पर भी अपने किसी समर्थक को बैठाना चाहते हैं। हरियाणा कांग्रेस के नए अध्यक्ष और संगठन के नए फार्मूले के बारे में साेनिया गांधी के प्रतिनिधियों ने हुड्डा का मन टटोला। दूसरी ओर, कुलदीप बिश्नोई खुद को प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाने की हालत में बड़ा सियासी कदम तक उठाने की तैयारी में हैंैं।
प्रदेश अध्यक्ष के पद पर अपने करीबी नेता काे बिठाने के हुड्डा के रुख से हाईकमान द्वारा तैयार करवाए गए विकल्प और एकजुटता के फार्मूले ही नहीं खुद हुड्डा द्वारा सुझाए गए फार्मूलों पर भी पेच फंस गया है। हुड्डा असल में क्या चाहते हैं, इसकी बाबत उनका मन लेने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के दिग्गज राष्ट्रीय नेता अंबिका सोनी, एके एंथनी और केसी वेणूगोपाल की जिम्मेदारी लगाई। इन तीनों नेताओं की शनिवार सुबह 15 गुरुद्वारा रकाबगंज रोड स्थित पार्टी मुख्यालय में करीब एक घंटे तक हरियाणा सहित राष्ट्रीय परिपेक्ष्य को लेकर भी चर्चा हुई। हुड्डा इस बैठक के बाद चुप ही रहे लेकिन माना जा रहा है कि पार्टी के तीनों दिग्गज नेताओं ने हुड्डा से हरियाणा कांग्रेस में एकजुटता का सर्वमान्य फार्मूला बनाने के लिए विस्तृत चर्चा की।
पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने साफ कर दिया है कि राज्य की जनता के बीच उनके नेतृत्व का संदेश देने के लिए उन्हें प्रदेशाध्यक्ष पद दिया जाए। विधायक दल के नेता पद पर हाईकमान विधायकों के बीच वोटिंग करा ले। वोटिंग में विधायक जिसे अपना नेता माने, उसे नेता बना दिया जाए। हुड्डा के इस तर्क के पीछे की कहानी हाईकमान के प्रतिनिधि जानते हैं। असल में हरियाणा कांग्रेस के 31 विधायकों में से खुद हुड्डा सहित 25 विधायक एक साथ हैं। बकाया छह विधायकों में भी चार विधायक मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा के साथ और बाकी दो अपने मन के मालिक हैं। इसलिए हुड्डा ने हाईकमान के सामने यह पासा फेंका है।
कांग्रेस के जी-23 में शामिल रहे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) से शुक्रवार हुई मुलाकात के बाद ही सोनिया गांधी ने अपने तीन प्रतिनिधियों की जिम्मेदारी तय की थी। पीके साथ हुड्डा की मुलाकात राष्ट्रीय परिपेक्ष्य के अलावा हरियाणा को लेकर भी हुई थी। पीके हरियाणा में हुड्डा और उनके पुत्र दीपेंद्र हुड्डा को जमीन से जुड़ा नेता मानते हैं। हुड्डा ने पीके के साथ मुलाकात में यह भी कह दिया था कि उनके पास अनुसूचित जाति के मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष के सामने इसी जाति का नया अध्यक्ष बनाने का विकल्प भी तैयार है। इसके चलते ही उन्होंने चार बार के विधायक रहे चौधरी उदयभान को शुक्रवार दिल्ली तलब कर लिया था। हुड्डा चाहते हैं कि हरियाणा कांग्रेस में बदलाव एक मई से पहले हो जाए। असल में एक मई को हुड्डा ने फरीदाबाद में विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम रखा हुआ है। हुड्डा को हाईकमान से मिल रहे महत्व के मद्देनजर विधायक कुलदीप बिश्नोई भी शनिवार सुबह दिल्ली में सक्रिय रहे। कुलदीप ने अपने कुछ समर्थकों को स्पष्ट रूप से कहा कि राहुल गांधी ने उन्हें प्रदेशाध्यक्ष बनाने के लिए कहा है। बताया जात रहा है कि कुलदीप बिश्नोई को यदि पार्टी में महत्व नहीं मिला तो वह कोई बड़ा राजीनतिक कदम भी उठा सकते हैं।
source news: mysirsa