ऐसे खुला राज, यूट्यूब से सीखी खोपड़ी वाली तांत्रिक क्रिया, काले जादू के लिए काटा था युवक का सिर
This is how the secret was revealed, the tantric ritual of skull was learnt from YouTube, the young man's head was cut off for black magic
खोपड़ी से तांत्रिक क्रिया कर पैसे कमाने को एक युवक की हत्या कर उसका सिर काटने के चार आरोपियों को गाजियाबाद पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या के साढ़े पांच माह बाद मृतक की खोपड़ी भी बरामद की गई। मुख्य आरोपी ने यूट्यूब पर काला जादू और खोपड़ी से तांत्रिक क्रिया कर पैसे कमाने का वीडियो देखने के बाद वारदात को अंजाम दिया था। इस मामले में दो आरोपी पहले पकड़े जा चुके हैं।
गाजियाबाद के टीला मोड़ थानाक्षेत्र में 22 जून 2024 को एक सिर कटी लाश मिली थी। पुलिस ने 15 अगस्त को दिल्ली के ताहिरपुर निवासी विकास उर्फ मोटा और बिहार के मोतिहारी निवासी धनंजय को गिरफ्तार कर मामले का पर्दाफाश किया गया था। मृतक की पहचान बिहार के मोतिहारी निवासी राजू के रूप में हुई थी। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि तंत्र-मंत्र के चक्कर में युवक की हत्या की गई थी। डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटील ने बताया कि शनिवार को दिल्ली से बिहार के मोतिहारी निवासी विकास उर्फ परमात्मा, नंदनगरी निवासी नरेंद्र उर्फ एनडी और आदर्शनगर निवासी पवन और उसके भाई पंकज कुमार को गिरफ्तार कर लिया। विकास उर्फ परमात्मा की गिरफ्तारी पर पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था, जबकि पवन इस हत्याकांड का मुख्य सूत्रधार है। पवन तंत्र-मंत्र का जानकार होने का दावा करता है। उसने ही दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में लिफ्ट ऑपरेटर अपने दोस्त नरेंद्र के जरिये बाकी आरोपियों को खोपड़ी के साथ तांत्रिक क्रिया करने पर मोटी रकम मिलने का झांसा देकर अपने साथ जोड़ा था।
ई-रिक्शा चलाने वाले परमात्मा ने ऑटो चलाने वाले विकास उर्फ मोटा को उसके साथ रहने वाले धनंजय को इंसान की खोपड़ी के बदले पांच लाख रुपये देने की बात कही थी। धनंजय ने दिल्ली के कमला मार्केट में अपने पास ही पकौड़ी की दुकान लगाने वाले दोस्त राजू की नशे की लत का फायदा उठाया। धनंजय और मोटा ने उसे अपने कमरे पर पांच दिन तक शराब पिलाई और गला दबाकर हत्या कर दी।
पुलिस के अनुसार, आरोपियों के पास से बंदर की भी एक खोपड़ी मिली है, जिससे तंत्र विद्या के जरिये पैसे कमाने के लालच में जानवर की हत्या की बात भी सामने आई है।
खोपड़ी टूटने की बात कहकर नहीं दिए पांच लाख रुपये
धनंजय ने पांच लाख के लालच में दोस्त राजू की हत्या की। चाकू से आंख, नाक और कान निकालकर छीलने के बाद परमात्मा को दी थी। परमात्मा ने खोपड़ी टूटी होने की बात कहकर रकम नहीं दी थी। डीसीपी ने बताया कि खोपड़ी को लाल रंग से रंगकर पवन और पंकज ने तंत्र-मंत्र किया था। पवन को पकड़ते ही उसके भाई पंकज ने राजू की खोपड़ी पत्थर बांधकर मजलिस पार्क मेट्रो स्टेशन के पास नाले में फेंक दी थी।
एक सुराग से खुल गया पूरा मामला
मोटा अपने ऑटो में 21 जून की रात राजू का शव लेकर धनंजय के साथ निकला। टीला मोड़ में पंचशील कॉलोनी के पास ऑटो रोककर शव की गर्दन अलग कर बाल्टी में रखी और शव सड़क किनारे फेंककर चले गए। पुलिस को सुराग के नाम पर सिर्फ एक ऑटो की फुटेज मिली थी। फुटेज में पीछे त्रिकोण आकार में रिफ्लेक्टर दिखा था। इस मामले की छानबीन कर पुलिस ने मोटा और धनंजय को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद विकास और पवन को दबोचकर बाकी आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया।
यूट्यूब पर वीडियो देख शुरू किया तंत्र-मंत्र
पुलिस की पकड़ में आते ही पंकज ने खोपड़ी फेंकने की जगह बता दी, जिसे पुलिस ने तुरंत बरामद कर लिया। पुलिस राजू के डीएनए सैंपल से खोपड़ी का मिलान कराएगी। पवन ने पुलिस को बताया कि उसने यूट्यूब पर कई वीडियो में काला जादू और तंत्र मंत्र के बारे में देखा था। एक वीडियो में खोपड़ी के साथ एक क्रिया करने पर 50-60 करोड़ रुपये कमाने के बारे में देखा, जिसके बाद उसने यह साजिश रची थी।
NEWS SOURCE Credit : livehindustan