हाल में रिलीज होने वाली फिल्म ‘‘फूले’’ की रिलीज रोके जाने के विरोध में महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन
Memorandum to His Excellency the President in protest against stopping the release of the recently released film "Phoole"
फरीदाबाद, मिथलेश मिश्रा : महात्मा सावित्रीबाई फूले सेवा समिति फरीदाबाद के कार्यकर्ताओं ने माननीय डीसी साहब को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें महात्मा सावित्रीबाई फूले और ज्योतिबा फूले की जीवनी पर आधारित फिल्म ‘‘फूले’’ के रिलीज होने पर रोक लगा दी गई है। जिसमें सभी कार्यकर्ताओं ने डीसी साहब के माध्यम से माननीय राष्ट्रपति जी के नाम ज्ञापन सौंपा। संस्थापक सुरेन्द्र सैनी ने कहा कि ‘‘फूले’’ फिल्म को बिना कांट-छांट के जल्द रिलीज किया जाए ताकि समाज में उनके आदर्श, उनके विचार, उनकी अच्छाईयों के बारे में सभी को जानकारी मिल सके। सुरेन्द्र सैनी ने कहा कि ज्योतिबा फूले की कहानी एक प्रेरणादायक उदाहरण है।
सांप काटने से मौत का रचा नाटक, मेरठ में एक और महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर पति को मार डाला
18वीं सदी में उन्होंने केवल 13 वर्ष की आयु से ही समाज के उत्थान के लिए जो कार्य किए वे अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने लड़कियों की शिक्षा के लिए स्कूल खोला। ज्योतिबा स्त्री शिक्षा के पुरजोर समर्थक रहे हैं। उन्होंने लड़कियों को शिक्षा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वहीं ज्ञापन देते समय महात्मा सावित्रीबाई फूले सेवा समिति फरीदाबाद के संस्थापक सुरेन्द्र सैनी, लक्ष्मण शर्मा, राकेश सैनी, रविन्दर मौर्य, नरेन्द्र कुमार, आकाश, विशाल, संजीव कुशवाहा आदि मौजूद रहे।